सीबीआइ ने कई राज्यों में करोड़ों की जालसाजी करने के आरोपित को लखनऊ में पकड़ा
लखनऊ, अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में करोड़ों रुपये का बैंक फ्राड करने के आरोपित प्रमोद जैन उर्फ प्रमोद मोदी उर्फ पीके छाबड़ा को सीबीआइ गुवाहाटी की एंटी करप्शन ब्रांच ने लखनऊ के ओमेक्स टावर से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। लखनऊ सीबीआइ की मदद से यह कार्रवाई की गई।
आरोपित प्रमोद ने लखनऊ में श्री बायो केमिकल प्राइवेट लिमिटेड व कीनो आर्गेनिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से दो कंपनियां संचालित कर रहा था। प्रमोद अरुणाचल प्रदेश से वर्ष 2009 से फरार चल रहा था और इन दिनों लखनऊ में अपना ठिकाना बना रखा था। सूत्रों के अनुसार आरोपित ने साउथ अफ्रीका, चीन और नेपाल में भी करोड़ों के घपले कर रखे हैं। बीते दिनों उसने लखनऊ में भी करीब 35 करोड़ का बैंक लोन लिया था। उसके तार डी-कंपनी से भी जुड़े रहे हैं। सीबीआइ कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में श्री कारपोरेशन कंपनी के जरिये आरोपित प्रमोद जैन सीमेंट व सरिया का होलसेल कारोबार करता था। बताया गया कि वर्ष 2008 में प्रमोद ने अपने कर्मचारी पवन मिश्र के नाम रॉयल मार्केटिंग कंपनी खोलकर यूको बैंक से 92 लाख का लोन लिया था, जिसके बाद वह चंपत हो गया था। पवन ने ईटानगर में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया गया कि प्रमोद ने अलग-अलग नाम से राजस्थान, असम, अरुणाचल प्रदेश व अन्य स्थानों पर श्री कारपोरेशन, श्री गणेश कारपोरेशन, श्री ट्रेडिंग कंपनी, आरबी ट्रेडिंग कंपनी, रॉयल मार्केटिंग, मोदी हार्डवेयर समेत 32 कंपनियां खोली थीं।आरोपित अपने कर्मचारियों के नाम से बैंक से अलग-अलग राज्यों में करोड़ों रुपये का लोन ले चुका है। सूत्रों के अनुसार प्रमोद मुंबई में डी-कंपनी के गुर्गों से भी जुड़ा था। मुंबई में डी-कंपनी के करीब 12 करोड़ रुपये हड़पने के बाद वह भाग निकला था। प्रमोद अपना व पत्नी अंजू मोदी का नाम बदलकर फर्जी आइडी तैयार करता था और एक स्थान पर ठगी करने के बाद दूसरे ठिकाने पर नई कंपनी के जरिये अपना जाल बिछाता था। गुवाहटी सीबीआइ 2011 से प्रमोद के खिलाफ जांच कर रही है। सीबीआइ की टीम आरोपित को शुक्रवार सुबह गुवाहाटी ले जायेगी।
ठगी का शिकार पवन ने बताया कि आरोपित प्रमोद ने ठगी की रकम से जयपुर में अपना मकान व वैशाली कालोनी में फ्लैट खरीदा था। राजस्थान से भागने के दौरान उसने यह संपत्ति बेच दी थीं। जिससे हासिल रकम का बड़ा हिस्सा उसकी पत्नी अंजू मोदी के खाते में जमा हुआ था।
फिलीपींस की युवती भी साथी